Friday, September 20, 2013

Rabb Raakha



बेहिचक ईमान और एतबार माँगने वालों को 
इश्काँ होने में ना जाने क्यूँ बेहिसाब शर्म आती है…!!

माँ कसम कह रिया हूँ;
लैला-मजनू की आँखें इंसानों की ये अजीब मांग देख-सुन
हैरत से बेगानी इंसानियत को तकती रह जाती हैन…!!

देखो भाई-जान बात ऐसी है की;
जिस इश्क ने  खुदाई ठग ली 
उसी इश्क दे पेड़ विच - ईमान ते एतबार नि डंगाल पायी जाती है…!!

इमानदारी से, ईमान से;
श्रद्धा-विश्वास रखियो इश्क चम्बे दी बूटी विच… 
रक्खोगे ना…??
रब राखा  :-)
http://youtu.be/lQavW1X02TU

No comments:

Post a Comment

Please Feel Free To Comment....please do....